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1 Apr 2020 · 1 min read

लॉक डाउन

अनिश्चित काल के इस माहौल में
एक दूसरे का साथ निभाते है
कुछ रिश्तों में जो जंग लगी थी
उसको चमकदार बनाते हैं ।

लॉक डाउन के इस घड़ी में
भूल न जाना चिड़ियों को
क्षमा करना, क्षमा मांगना
रिश्तों में मिठास ले आना।

थोड़ा मैं, थोड़ा तुम बदलना
भीतर के प्रकाश को पाएंगे
प्रकृति के साथ एकनिष्ठ होकर
नये भारत को बनाएंगे…।

प्रोफ. डॉ. दिनेश गुप्ता- आनंदश्री

Language: Hindi
1 Like · 459 Views
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