लॉकडाउन
लॉकडाउन अच्छी बात है कीजिए
मगर ..जनता को तो जीने दीजिए !
कब तक आखिर कब तक घरों में रोकोगे
बेकाम बेबश जनता…कोरोना को रोकोगे ?
लॉकडाउन अच्छी बात है कीजिए
मगर ..जनता को तो जीने दीजिए !
बन्द घरों में बिनकाम कैद ना कीजिए
करना है तो कोरोना का कुछ कीजिए !
सीमित दायरा रहे ऐसा कुछ कीजिए
आवागम…परिवहन सीमित कीजिए !
आप नेता हो अब नेतागिरी ना कीजिए
मिलबैठ सम्वाद कर हल अब कीजिए !
लॉकडाउन अच्छी बात है कीजिए
मगर ..जनता को तो जीने दीजिए !
नियंत्रित करें निमन्त्रित न कीजिए
ये कोरोना है आमन्त्रित न कीजिए !
बेशक फ़ैलता है जनमानस ना फैले
कृपया ऐसी पहल अब ना कीजिए !
ये कोरोना है रोना ना बने ऐसा कुछ कीजिए
कुछ क़दम जनमानस राय ले कुछ कीजिए !
लॉकडाउन अच्छी बात है कीजिए
मगर ..जनता को तो जीने दीजिए !
दिनचर्या सुचारु चले पले ना कोरोना
सरकार जनता के लिए कुछ कीजिए !
सुरक्षा की हिदायत आमजन को दीजिए
असुरक्षा-भावना ना आये ऐसा कीजिए !
हम निपट ले पहले इससे ये जरूरी है वरना
कहे कोई हमदम ना रहा कोई सहारा ना रहा ।
लॉकडाउन अच्छी बात है कीजिए
मगर ..जनता को तो जीने दीजिए ।।
मधुप बैरागी