लेख
रेप, बलात्कार का जिस पे आरोप न हो, इस कलिकाल में वो साधु सन्यासी नहीं…
ये करामात हमारे ही देश में हो सकता है, कहीं और मुमकिन ही नहीं।
रेप, अपहरण का आरोपी “स्वामी नित्यानंद जी महाराज’ हवाईजहाज पर चढ़ कर फुर्र हो जाता है और पूरा तंत्र मुंह ताकता रहता है।
और एसपी कहता है “जरूरत पड़ने पर हम उचित माध्यम के जरिये उसकी (नित्यानंद) की हिरासत हासिल करेंगे। उसके भारत आने पर यकीनन हम उसे गिरफ़्तार करेंगे )
मतलब एकदम गजब, पुलिसवाला अपने पर आजाय तो कोई पांव रोटी चुरा कर भाग नहीं सकता और कोई जिस पर इतना संगीन आरोप हो वो बिदेश भाग जाता है।
और JNU की छात्र जब बचने के लिए टॉयलेट में घुसजाती है तो पुलिस वाला टॉयलेट में घुस कर घसीटता है उनको पीटता है।
असल में ये दोगलापन छोड़ कर इन लोगों को कहना चाहिए, ये बेटियों को बचाने वाली सरकार नहीं, बेटियों को नोच कर खाने वालों को बचाने वाली सरकार है। साहेब के ही शब्द में, लेकिन साध्वी के लिए नहीं उनकी सरकार के लिए ” भयंकर खराब, घृणित और आलोचना के लायक है ये सरकार” … #जय हो
…सिद्धार्थ