“लेखन की प्रतिभा” #50 शब्दों की कहानी#
जिंदगी की अंतरिम गहराइयों को पार करते हुए मीता ने नौकरीपेशा होकर भी सबकी ज़रूरतें पूरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन उसकी जरूरत कोई पूरी न कर सका । उसने यादों के झरोखों के बॉक्स में बसे जज़्बातों का पिटारा खोल छिपी हुई लेखन की प्रतिभा निखारी ।