लेखनी
मेरी लेखनी मेरी सच्ची साथी
मेरी पहचान मेरी ताकत
मेरी लेखनी मेरा अभिमान
जुबां से जो बयां ना हो
उन भावो को देती नया आकार
सुख दुख में सदा साथ निभाती
नित नया कौशल सिखाती
स्वतंत्रता से परिपूर्ण
मेरी लेखनी मेरी सच्ची साथी!
मेरी लेखनी मेरी सच्ची साथी
मेरी पहचान मेरी ताकत
मेरी लेखनी मेरा अभिमान
जुबां से जो बयां ना हो
उन भावो को देती नया आकार
सुख दुख में सदा साथ निभाती
नित नया कौशल सिखाती
स्वतंत्रता से परिपूर्ण
मेरी लेखनी मेरी सच्ची साथी!