लेकर हाथ तिरंगा
लेकर हाथ तिरंगा, हम उड़ते हैं ऊँचाईयों की ओर,
गर्व से भरी निगाहों से देखते हैं विजय की डोर।
भूमि पर खड़े होकर, देश की शान हम बने,
हर सपने को सच करने, अमरता की पंख चढ़ाने।
रंग-बिरंगे जयहिंद झंडे का आभास हम सबको देते,
गर्व और अभिमान से रस्ते-मंजिल तक चलते।
हमारी आवाज़ गूंजती है, आसमानों में गुंजाती है,
स्वतंत्रता के गीत गाते हैं, देश और जनता को समर्पित होते हैं।
वीरता की गाथा है हमारी, सौगंध लेती धरा हमारी,
बढ़ती हैं हर आहूती पर, वतन पर शपथ हमारी।
संघर्ष में जीना हमें आता है, विजय के लिए जीना हमें आता है,
तिरंगे की छांव में लिपटकर, देश के लिए मरना हमें आता है।
हर रंग देश की आवाज़ है, साथ मिलकर लड़ाई लड़ना है,
सबको मिलकर प्यार देना है, विविधता में एकता बनाना है।
लेकर हाथ तिरंगा, हम सब एक संगीत गाते हैं,
अखंड भारत के सपने को, एकता की डोर बांधते हैं।
जय हिंद, जय भारत, ये हमारी पुकार है,
लेकर हाथ तिरंगा, हम सब मिलकर स्वतंत्रता की आग है।