लुट गए अरमान तो गम हमें होगा बहुत
लुट गए अरमान तो गम हमें होगा बहुत
हो गए बदनाम तो गम हमें होगा बहुत
कश्ती हमारे प्यार की लहर उठे तो गम नहीं
आ गया तूफान तो गम हमें होगा बहुत
हो गए बदनाम तो……….
प्यार की खुशबू से तेरे महक उठा जीवन मेरा
गुलशन बने वीरान तो गम हमें होगा बहुत
हो गए बदनाम तो……….
तुम तराना बन गई तो मैं भी गजल गाने लगा
महफिल रहे सुनसान तो गम हमें होगा बहुत
हो गए बदनाम तो……….
देखकर हंसी तुम्हारी हमको भी हंसी आ गई
रूठा रहे मेहमान तो गम हमें होगा बहुत
हो गए बदनाम तो………..
‘V9द’ अब यही आरजू कि साथ ना छूटे तेरा
तुम करो अभियान तो गम हमें होगा बहुत
हो गए बदनाम तो………..
स्वरचित
V9द चौहान