Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2023 · 1 min read

लिपटी परछाइयां

मेरी रूह संग लिपटी,तेरी यादों की परछाइयां।
रुखसत हुआ जब से तू , रूठी हैं रानाईयां।

कभी तेरे ख्यालों से ही,महक उठते थे चारसु
आज तेरे जाने से ,खामोश है शहनाईयां।

बहुत करीब से मेरे ,उठ कर चला गया कोई
बहुत डस रहीं हैं , अब मुझको ये तन्हाईयां।

चाहते तो नशर कर दे,तेरा नाम सरे महफ़िल
क्या करें मंजूर न थी, मुझको तेरी रुसवाईयां।

कैसे लिखें काग़ज़ पर,अपना हम हाल‌ ए दिल
लिखते लिखते कम पड़ जायेगी ये रोशनाइयां

सुरिंदर कौर

128 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
दोहा मुक्तक -*
दोहा मुक्तक -*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
वो लड़का
वो लड़का
bhandari lokesh
विश्वास
विश्वास
Paras Nath Jha
आज, पापा की याद आई
आज, पापा की याद आई
Rajni kapoor
शिकवा गिला शिकायतें
शिकवा गिला शिकायतें
Dr fauzia Naseem shad
*
*"माँ"*
Shashi kala vyas
भालू,बंदर,घोड़ा,तोता,रोने वाली गुड़िया
भालू,बंदर,घोड़ा,तोता,रोने वाली गुड़िया
Shweta Soni
खोल नैन द्वार माँ।
खोल नैन द्वार माँ।
लक्ष्मी सिंह
हे दिनकर - दीपक नीलपदम्
हे दिनकर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
देश जल रहा है
देश जल रहा है
gurudeenverma198
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
3341.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3341.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"राखी के धागे"
Ekta chitrangini
संवेदना
संवेदना
Neeraj Agarwal
खूबसूरत चेहरे
खूबसूरत चेहरे
Prem Farrukhabadi
* पत्ते झड़ते जा रहे *
* पत्ते झड़ते जा रहे *
surenderpal vaidya
बंदे को पता होता कि जेल से जारी आदेश मीडियाई सुर्खी व प्रेस
बंदे को पता होता कि जेल से जारी आदेश मीडियाई सुर्खी व प्रेस
*Author प्रणय प्रभात*
कुछ लोग जाहिर नहीं करते
कुछ लोग जाहिर नहीं करते
शेखर सिंह
घर-घर एसी लग रहे, बढ़ा धरा का ताप।
घर-घर एसी लग रहे, बढ़ा धरा का ताप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर…
देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर…
Anand Kumar
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Harminder Kaur
सत्यं शिवम सुंदरम!!
सत्यं शिवम सुंदरम!!
ओनिका सेतिया 'अनु '
Many more candles to blow in life. Happy birthday day and ma
Many more candles to blow in life. Happy birthday day and ma
DrLakshman Jha Parimal
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
Kshma Urmila
हमारा प्रेम
हमारा प्रेम
अंजनीत निज्जर
"तुम्हें राहें मुहब्बत की अदाओं से लुभाती हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
फितरत न कभी सीखा
फितरत न कभी सीखा
Satish Srijan
कितना और बदलूं खुद को
कितना और बदलूं खुद को
Er. Sanjay Shrivastava
देखी है हमने हस्तियां कई
देखी है हमने हस्तियां कई
KAJAL NAGAR
*सभी को चाँद है प्यारा, सभी इसके पुजारी हैं ( मुक्तक)*
*सभी को चाँद है प्यारा, सभी इसके पुजारी हैं ( मुक्तक)*
Ravi Prakash
Loading...