Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2021 · 1 min read

लिख दूँ

क्या भारत देश का नाम घमासान लिख दूँ ।
क्या सड़कों चौराहों को शमशान लिख दूँ ।

हम कहते हैं, हिन्दू मुस्लिम भाई-भाई ,
अगर पक्का है तो पंडित को ख़ान लिख दूँ ।

राम, रहीम, गुरू, यीशु, सब एक ही तो हैं ,
तो फ़िर मस्जिद के ऊपर भगवान लिख दूँ ।

सब चिल्लाते हैं, “सारे मज़हब एक समान”,
तो फ़िर क्या सबके तख़ल्लुस, इंसान लिख दूँ ।

पूछ लो भाईयों, अपने-अपने भाईयों से ,
क्या इस वतन का नाम हिन्दुस्तान लिख दूँ ।

वो लाल किले वाला वाक़या न दोहराओ,
तो फ़िर, क्या तिरंगे पर “अपना मान” लिख दूँ ।

संजीव सिंह ✍©️
(स्वरचित एवं मौलिक रचना)

Language: Hindi
2 Likes · 5 Comments · 429 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जब जलियांवाला काण्ड हुआ
जब जलियांवाला काण्ड हुआ
Satish Srijan
मन मंथन कर ले एकांत पहर में
मन मंथन कर ले एकांत पहर में
Neelam Sharma
" अधरों पर मधु बोल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
शक्कर में ही घोलिए,
शक्कर में ही घोलिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
शेखर सिंह
एडमिन क हाथ मे हमर सांस क डोरि अटकल अछि  ...फेर सेंसर ..
एडमिन क हाथ मे हमर सांस क डोरि अटकल अछि ...फेर सेंसर .."पद्
DrLakshman Jha Parimal
परिवर्तन जीवन का पर्याय है , उसे स्वीकारने में ही सुख है । प
परिवर्तन जीवन का पर्याय है , उसे स्वीकारने में ही सुख है । प
Leena Anand
आज के दौर
आज के दौर
$úDhÁ MãÚ₹Yá
जीवन जितना होता है
जीवन जितना होता है
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-466💐
💐प्रेम कौतुक-466💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना।
अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना।
Taj Mohammad
सत्संग शब्द सुनते ही मन में एक भव्य सभा का दृश्य उभरता है, ज
सत्संग शब्द सुनते ही मन में एक भव्य सभा का दृश्य उभरता है, ज
पूर्वार्थ
मां शारदे वंदना
मां शारदे वंदना
Neeraj Agarwal
आदमी और मच्छर
आदमी और मच्छर
Kanchan Khanna
Ishq ke panne par naam tera likh dia,
Ishq ke panne par naam tera likh dia,
Chinkey Jain
Pardushan
Pardushan
ASHISH KUMAR SINGH
कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं
कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं
Anand Kumar
SuNo...
SuNo...
Vishal babu (vishu)
स्त्री चेतन
स्त्री चेतन
Astuti Kumari
*परियों से  भी प्यारी बेटी*
*परियों से भी प्यारी बेटी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आसाध्य वीना का सार
आसाध्य वीना का सार
Utkarsh Dubey “Kokil”
यादें
यादें
Versha Varshney
किसको फुर्सत है रखी, किसको रोता कौन (हास्य कुंडलिया)
किसको फुर्सत है रखी, किसको रोता कौन (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
वर्षा
वर्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
* बाल विवाह मुक्त भारत *
* बाल विवाह मुक्त भारत *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
माँ
माँ
संजय कुमार संजू
आत्मघाती हमला
आत्मघाती हमला
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Loading...