लिखे आज तक
शब्द मैंने तो तुम तक लिखे आज तक
मैंने कुछ एक मुक्तक लिखे आज तक
राहें आसान होतीं तो लिखते और कुछ,
हमने राहों के कंटक लिखे आज तक
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
शब्द मैंने तो तुम तक लिखे आज तक
मैंने कुछ एक मुक्तक लिखे आज तक
राहें आसान होतीं तो लिखते और कुछ,
हमने राहों के कंटक लिखे आज तक
-सिद्धार्थ गोरखपुरी