“लिखना कुछ जोखिम का काम भी है और सिर्फ ईमानदारी अपने आप में
“लिखना कुछ जोखिम का काम भी है और सिर्फ ईमानदारी अपने आप में अधूरा मूल्य है। इसके साथ साहस शब्द भी जुड़ा है। जो महसूस किया जाये उसे साहस के साथ, लेकिन बिना कलात्मक संयम खोये कहा भी जाये।”
– राजेन्द्र यादव