— लालच बुरी बला है ? —
सुना बहुत था, देखा भी था
पर आज देखकर
जरा सी भी हैरानी नही होती
कि , लालच बुरा बाला है !!
लालच है तो आप अमीर हो
लालच है तो आप पूछे जाओगे
लालच है तो अछि बिरादरी मिलेगी
लालच है तो पूजे भी जाओगे !!
क्या सारे के सारे दूध के
धुले से हो गए हैं
लालच से ही सारे के सारे
खूब आगे बढ़ रहे हैं !!
वो दिन बीत गए , जब यह
सारी कहावते हैं सच होती थी
आज तो इस के बिना दुनिया
मैने तो चलती नही देखी !!
महफ़िल में ठहाके इन के हैं
ऊँचे घर और व्यापार इनके हैं
देते हैं मिसाल अपनी मेहनत की
मेरी नजर में रेत पर मकान इनके हैं !!
सब से जयादा झूठ इनके पास
लालच से भरी दूकान इनके पास
चमकते चेहरों को दिखाते हैं यह साहब
लगा कर बैठे हैं सब के सब नकाब बेहिसाब !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ