“लाज बिचारी लाज के मारे, जल उठती है धू धू धू।
“लाज बिचारी लाज के मारे, जल उठती है धू धू धू।
मर्यादा का पाठ पढ़ाती, वैशाली की नगर वधू।।”
😢प्रणय प्रभात😢
“लाज बिचारी लाज के मारे, जल उठती है धू धू धू।
मर्यादा का पाठ पढ़ाती, वैशाली की नगर वधू।।”
😢प्रणय प्रभात😢