लाख देखे हैं चेहेरे, मगर तुम सा नहीं देखा
लाख देखे हैं चेहेरे, मगर तुम सा नहीं देखा
प्यार था बहुत, पर तुम्हें कहे नहीं सखा
याद आती है बहुत, मगर तुम को भूला नहीं सखा
तुम्हारा मिलना है मुश्किल, पर ये दिल समझ नहीं सखा
दूर हो तुम मूझ से,मगर याद ने तेरी पास है रखा
कितना चाहते हैं तुम्हें,पर तू ये महसूस कर नहीं सखा
लाख की कोशिश,मगर उस को नाकाम होते देखा
बहुत दर्द हूआ,पर हार मानना नहीं सीखा
मिल गयी सबको मंजिल, मगर हम को ही दूर रखा
बुरे नहीं है हम, पर हालात मैं मायूस रहना सीखा