लाख कोशिश करो टूटते ही नहीं..रिश्ते हैं
लाख कोशिश करो टूटते ही नहीं
वो रिश्ते जो दिल के बेहद करीब होते हैं
परिस्थितियाँ चाहे जो भी हों
जीने के लिये बहुत ज़रूरी होते हैं
दूर हो या पास कोई फ़र्क नहीं पड़ता
बस जुड़े होने का एहसास ही काफ़ी होता है
निभाये जाते हैं कुछ रिश्ते दूर रहकर भी
लाख शिकायतें हो दिल में अपने
दुआओं में फिर भी वो शामिल होते हैं
ईश्वर का प्रतिरूप होते हैं
ना कोई स्वार्थ..ना कोई कारण
ना कोई ख्वाहिश..ना कोई ज़रूरत
खामोश से लेकिन फ़िर भी आसपास
कुछ रिश्ते बस आत्मा से जुड़े होते हैं
लाख कोशिश करो टूटते ही नहीं
©® अनुजा कौशिक