लाकडाउन
लाकडाउन
हैं जरूरी
चार आज
घर
सफाई
मास्क
डाक्टर
हैं ये
सबसे बड़े
तीर्थ आज
छाया
है कोरोना
संकट आज
जीवन है
दुर्लभ आज
लापरवाही
पड़ेगी
मंहगी आज
राम भी यहीं
रहीम भी यहीं
नानक और
क्राइस्ट यहीं
चारों धाम के
है तीर्थ यह
जहाँ जपों
ईश वहाँ
ईद यहाँ
दीपावली यहाँ
क्रिसमस यहाँ
दीप पर्व यहाँ
अभी नहीं
भटकना है
एकजुट
रहना है
जिन्दगी है
लम्बी अभी
कोरोना का
अंत निकट
घर को ही माने
तीर्थ वहाँ
रहे सुरक्षित
सब यहाँ
करें
लाकडाउन का
पालन सब
अभी तो है
चारों तीर्थ यही
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल