*लाइक और कमेंट 【हास्य कुंडलिया】*
लाइक और कमेंट 【हास्य कुंडलिया】
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लाया सोशल मीडिया ,लाइक और कमेंट
जिसको ज्यादा मिल गए ,महके जैसे सेंट
महके जैसे सेंट , न मिलते तो घबराता
चकराता सिर घोर ,उतर मुखमंडल जाता
कहते रवि कविराय ,धन्य जीवन वह पाया
लाइक और कमेंट , ढेर जो भर -भर लाया
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451
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सेंट = इत्र