लहर आजादी की
वो नीला आसमान और आसमान में लहराता तिरंगा…
आज फिर स्मरण हो आई माँ भारती के चरणों की गंगा।
सारे देश में खुशियां फैली हैं हर डगर पर…
ओढ़नी वतन के रंग की ओढ़ी है सबने अपने सर पर,
आज आँखों के आगे खुशियों का मौसम आया…
ये दिन आजादी वाला उत्साह साथ लाया,
इस तीन रंग के मौसम ने सबको ख़ुद में रंग डाला…
जब तीन रंग का लहरा तिरंगा वतन तिरंगा कर डाला,
हर मंच ने हर्ष उल्लास से विजय गान को गाया…
ये दिन आजादी वाला लहर आज़ादी की लाया।।