Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2017 · 1 min read

लहरें

दुनियां रूपी समुंदर लहरें खूब उठाती है,
संकटों के भेष में आकर ये खूब डराती है,
रखो आत्मविश्वास डगमगाने मत दो नैया-
थम जाएगा तूफां जो शोर खूब मचाती है ।
–पूनम झा
कोटा राजस्थान 26-10-17

Language: Hindi
2 Likes · 382 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छाले पड़ जाए अगर राह चलते
छाले पड़ जाए अगर राह चलते
Neeraj Mishra " नीर "
प्यार करोगे तो तकलीफ मिलेगी
प्यार करोगे तो तकलीफ मिलेगी
Harminder Kaur
ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ।
ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ।
Anil chobisa
■ सामयिक आलेख-
■ सामयिक आलेख-
*प्रणय प्रभात*
*मेरे सरकार आते हैं (सात शेर)*
*मेरे सरकार आते हैं (सात शेर)*
Ravi Prakash
हम पर कष्ट भारी आ गए
हम पर कष्ट भारी आ गए
Shivkumar Bilagrami
चढ़ा हूँ मैं गुमनाम, उन सीढ़ियों तक
चढ़ा हूँ मैं गुमनाम, उन सीढ़ियों तक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
"परिवार एक सुखद यात्रा"
Ekta chitrangini
दीवाना दिल
दीवाना दिल
Dipak Kumar "Girja"
2536.पूर्णिका
2536.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आहवान
आहवान
नेताम आर सी
दीवार का साया
दीवार का साया
Dr. Rajeev Jain
खोटा सिक्का
खोटा सिक्का
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
“अखनो मिथिला कानि रहल अछि ”
“अखनो मिथिला कानि रहल अछि ”
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी....एक सोच
जिंदगी....एक सोच
Neeraj Agarwal
घरौंदा
घरौंदा
Dr. Kishan tandon kranti
The wrong partner in your life will teach you that you can d
The wrong partner in your life will teach you that you can d
पूर्वार्थ
मैं पीपल का पेड़
मैं पीपल का पेड़
VINOD CHAUHAN
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जंजालों की जिंदगी
जंजालों की जिंदगी
Suryakant Dwivedi
फितरत आपकी जैसी भी हो
फितरत आपकी जैसी भी हो
Arjun Bhaskar
बेवक्त बारिश होने से ..
बेवक्त बारिश होने से ..
Keshav kishor Kumar
सावन में घिर घिर घटाएं,
सावन में घिर घिर घटाएं,
Seema gupta,Alwar
अगर मन वचन और कर्मों में मर्यादा न हो तो
अगर मन वचन और कर्मों में मर्यादा न हो तो
Sonam Puneet Dubey
चीरता रहा
चीरता रहा
sushil sarna
All you want is to see me grow
All you want is to see me grow
Ankita Patel
अखंड साँसें प्रतीक हैं, उद्देश्य अभी शेष है।
अखंड साँसें प्रतीक हैं, उद्देश्य अभी शेष है।
Manisha Manjari
बिगड़ी किश्मत बन गयी मेरी,
बिगड़ी किश्मत बन गयी मेरी,
Satish Srijan
आशियाना तुम्हारा
आशियाना तुम्हारा
Srishty Bansal
Loading...