ललित
ललित कहे हर शब्द ललित ही।
ललित सुने हर शब्द ललित ही।।
ललित जपे हर शब्द ललित ही।
ललित ललित है ललित ललित ही।।
ललित कलाएं और ललित बलाएं।
ललित जगत की ललित लताएं।।
ललित जीव और ललित आत्मा।
ललित कला और ललित परमात्मा।।
ललित प्रेम और ललित मिलन है।
ललित भाग्य का ललित चलन है।।
ललित हंसी और ललित है ममता।
ललित मजाक और ललित है समता।।
ललित अल्पना और ललित कल्पना।
ललित विचारों का है बस जपना।।
ललकार भारद्वाज