**लम्हे**
अपनी धड़कनो से कुछ ऐसे मेरा नाम लो..,
ये वक्त रुक जाएगा, इस लम्हे को थाम लो..!!
तेरी आँखों में झलक है ऐसी मेरे प्यार की..,
साहिल पे जैसी ढलती हसीन शाम हो..!!!
लफ़्ज़ों से होता नहीं इज़हार हमसे प्यार का..,
बस मेरी आँखों में देख कर तुम खुद को पहचान लो..!!!!
जैसे तरसता है सेहरा शबनम को छूने को..,
कभी वैसे ही रब से तुम भी मुझे मांग लो..!!!!
अपनी धड़कनो से कुछ ऐसे मेरा नाम लो..,
ये वक्त रुक जाएगा इस लम्हे को थाम लो…!!!!!