लत
हमारे जीवन में हमारी आंखों के सामने हर वक़्त, हर रोज, हर पल ना जाने कितनी घटनाएं घटित होती हैं। कभी हमारे निजी जीवन में तो कभी हमारे आस-पास। कुछ घटनाएं वाकई में हमें अंदर तक झकझोर देती हैं और हम न चाहते हुए भी बहुत कुछ सोचने पर मजबूर हो जाते हैं। ऐसा ही एक वाकया आज मेरे साथ हुआ।
मैं मम्मी के साथ अपने फैमिली डॉक्टर के पास गई हुई थी। मरीज ज्यादा नहीं थे इसलिये थोड़े इंतजार के बाद ही हमारा नंबर आ गया। मम्मी का चेकअप हो ही रहा था तभी एक आदमी एक महिला को साइकिल पर बैठा कर लाया। वो बहुत कमजोर दिखाई दे रही थीं। ठीक से चल भी नहीं पा रही थीं। मैंने उनको कहा कि अंदर बेड में जाकर लेट जाइए।
डॉक्टर अंकल को मैंने बताया तो उन्होंने कहा कि ये थरमामीटर लो और उन्हें फीवर चेक करने को बोलो। मैंने उस आदमी को थरमामीटर देकर फीवर चेक करने को कहा।
थोड़ी देर बाद जब वो थरमामीटर लेकर मेरे पास आये और कहा- देखो, कितना फीवर है? मैंने देखा फीवर काफी ज्यादा था। मैंने उन्हें बताया कि फीवर बहुत ज्यादा है । फिर मैंने उनसे कहा- लेकिन उनसे ज्यादा तो आपको है। वो मुस्कराया औऱ चुप रहने का इशारा किया।
आप सभी पाठक भी शायद अब तक इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाये होंगे कि मैंने ऐसा क्यों कहा। दरअसल उस आदमी ने बहुत ज्यादा शराब पी हुई थी, जब वो मेरे पास थरमामीटर लेकर आये तो स्मेल से मुझे मालूम पड़ा।
मैं कहना तो बहुत कुछ चाहती थी पर कुछ ना कह सकी। कहती भी क्या? वो उम्र में मुझसे काफी ज्यादा बड़े थे और जिंदगी का तजुर्बा तो मुझने न जाने कितने गुना ज्यादा उन्हें होगा।मैंने डॉक्टर अंकल को ये बात बताई तो उन्होंने बताया कि इस आदमी को मैं जानता हूँ । बहुत शराब पीता है।
मैं उनको देखकर हैरान थी। ऐसी लत का क्या फायदा जो अपनों की फिक्र को भुला दे, जो आपके इमोशंस को मार डाले, जो आपके रिश्तों में दूरियां ला दे और यहाँ तक कि आपको मानव से दानव बना दे।
किसी भी आदत को खुद पर हावी ना होने दें। अपने इंसान होने का परिचय दें और मादक द्रव्यों एवम पदार्थों के सेवन से बचें।