लड़को का सफर
घर में बड़ा होता या होता वो छोटा,
पर किरदार गजब का उसका हमेशा होता,
लड़ने झगड़ने और हसने के बाद भी जिसकी रोने की कभी इजाज़त न होती,
लड़कियों से कम उन लड़को की भी गजब कहानी न होती,
लापरवाह हो कर भी जो घर की सारी जिम्मेदारी अपने सर ले लेता,
वहीं इक दिन अपनों के लिए अपनी चाहत भी कुर्बा कर देता
अपने ख्वाबों को छोड़ देता जो पिता की इक आवाज़ पर,
और मुस्कराते हुए अपने दर्द को अपने दिल में यूं ही छिपा लेता,
होते कुछ लड़को के इरादे गलत पर बदनाम इनकी पूरी कौम हो जाती,
जो मिलती लड़को को तकलीफें उसको यह दुनिया कभी न देख पाती,
दोस्ती यारी की महफ़िल यह दुनिया इन्हीं के नाम से सजाती,
ओए हीरो कहकर बहने इनकी शान में चार चांद लगा देती,
बहुत तकलीफें झेलते यह भी पर दर्द इनका कोई ना समझ पाता,
बाहर से पत्थर और अन्दर से नाज़ुक इनके जज्बातों को कोई अपना न पाता,
दास्तां यह लड़को की कभी पूरी होकर पूरी न होगी,
क्यूंकि यह दुनिया कभी इन्हे और इनके हालातों को न समझेगी