Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Nov 2023 · 2 min read

#लघुकथा-

#लघुकथा-
■ नेताजी का तुलादान।।
【प्रणय प्रभात】
अपने पैसों से बंटवाई गई मालाओं को स्वीकारते हुए छगन लाल आगे बढ़ रहे थे। इस जुलूस की मंज़िल था अगला तिराहा। जहां अपने ही खर्चे पर उन्हें केलों से तुलना था। चार ढोल वाले माहौल को गुंजा रहे थे। महीने भर से मुफ़्त की रोटी तोड़ रहे सीज़नल सपोर्टर गले फाड़ कर नारे लगा रहे थे।
दर्ज़न भर भाड़े के टट्टू गले से उतरने वाले हार आगे मिल रहे राहगीरों को थमाने में जुटे थे। जो लौट कर छगन लाल जी के गले को ढंक रहे थे। एकाध सैकड़ा लोग तिराहे पर तराजू सजाए खड़े थे। जिनमें आधे से ज़्यादा पेशेवर थे। जो यही तुलादान छगन लाल के दोनों प्रतिद्वंद्वियों का भी संपन्न कराते अखबारों में छप चुके थे। बाक़ी चाय-पकौड़ी का एहसान चुकाने के लिए भीड़ का हिस्सा बने हुए थे। जिनमें ज़्यादातर इसी इलाके के निवसी थे।
मौके पर दर्ज़न भर से अधिक क्रेटों में अधपके केलों के झुंड भरे थे। जिनसे छगन लाल की तुलाई होनी थी। अनगिनत बच्चे कथित तुलादान के बाद हाथ आने वाले केलों के चक्कर में बीते दो घण्टों से तिराहे पर जमा थे। जिन्हें पहले भी ऐसे कार्यक्रम में केलों और अमरूदों का स्वाद मिल चुका था।
जुलूस और जलसे के बीच चंद कदमों का फ़ासला बाक़ी था। पिछली बार जनादेश के मामले में दुर्गति का शिकार हो चुके छगन लाल के चेहरे पर हमेशा सी धूर्त मुस्कान थी। तन-मन फूल-पत्तों से सजी तराजू के पलड़े में सवार होने को बेताब था। सड़क के इर्द-गिर्द दरवाज़ों और खिड़कियों से झांकते मतदाताओं पर उनका ध्यान कम था।
पूरी टकटकी सामने से माला लेकर अपनी ओर बढ़ते लोगों पर लगी थी। जो “तेरा तुझको अर्पण” वाले अंदाज़ में रस्म-अदायगी करते हुए भी कुछ माहौल तो बना ही रहे थे। वोट देने की अपील भीड़ में शामिल पार्टी के आधा और परिवार के पौन दर्ज़न सदस्य करते चल रहे थे।
दूसरी ओर इन सबके बीच नज़ारों का मज़ा लेते आम मतदाताओं के मन में अमूमन एक ही सवाल था। सवाल बस यह कि जो आज “याचक” होकर अकड़ छोड़ने को राज़ी नहीं, वो कल “दाता” बन कर क्या खाक़ भला करेगा? वैसे भी उनका बीता कार्यकाल सब के ज़हन में था। जिसने उनका क़द और मद उनके वज़न की तरह चौगुना किया था। इस सच के मूक गवाह क्रेटों में भरे केले भी थे। जो इस बार पहले से तीन गुना अधिक थे। छगन लाल के वज़न का अनुमान लगाए बैठे चेले-चाटों की सोच के मुताबिक।।
■ प्रणय प्रभात ■
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)

1 Like · 215 Views

You may also like these posts

*
*"घंटी"*
Shashi kala vyas
टापू
टापू
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
*नारी सत्य शक्ति है*
*नारी सत्य शक्ति है*
Rambali Mishra
शायद मेरी बातों पर तुझे इतनी यक़ीन ना होगी,
शायद मेरी बातों पर तुझे इतनी यक़ीन ना होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वादों की रस्सी में तनाव आ गया है
वादों की रस्सी में तनाव आ गया है
sushil yadav
दिल की हसरत सदा यूं ही गुलज़ार हो जाये ।
दिल की हसरत सदा यूं ही गुलज़ार हो जाये ।
Phool gufran
बदलती जरूरतें बदलता जीवन
बदलती जरूरतें बदलता जीवन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
देश को कौन बचाएगा
देश को कौन बचाएगा
ललकार भारद्वाज
सपनों में विश्वास करो, क्योंकि उन्हें पूरा करने का जो आनंद ह
सपनों में विश्वास करो, क्योंकि उन्हें पूरा करने का जो आनंद ह
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बेटा राजदुलारा होता है?
बेटा राजदुलारा होता है?
Rekha khichi
अगर हम कोई भी काम जागरूकता के साथ करेंगे तो हमें निराशा नहीं
अगर हम कोई भी काम जागरूकता के साथ करेंगे तो हमें निराशा नहीं
Ravikesh Jha
इतवार का दिन
इतवार का दिन
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
शेखर सिंह
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन पथ पर चलते जाना
जीवन पथ पर चलते जाना
नूरफातिमा खातून नूरी
भूख से लोग
भूख से लोग
Dr fauzia Naseem shad
बस हौसला करके चलना
बस हौसला करके चलना
SATPAL CHAUHAN
गुलाब
गुलाब
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
दोहा
दोहा
sushil sarna
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Dr.Pratibha Prakash
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
सत्य कुमार प्रेमी
बस भी करो यार...
बस भी करो यार...
Abasaheb Sarjerao Mhaske
4768.*पूर्णिका*
4768.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
Ajit Kumar "Karn"
■ आज का मुक्तक
■ आज का मुक्तक
*प्रणय*
आशा
आशा
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
"नजारा"
Dr. Kishan tandon kranti
आजकल जिंदगी भी,
आजकल जिंदगी भी,
Umender kumar
आज एक अरसे बाद मेने किया हौसला है,
आज एक अरसे बाद मेने किया हौसला है,
Raazzz Kumar (Reyansh)
बिटिया
बिटिया
Mukta Rashmi
Loading...