लगी सुबह को चिड़िया गाने
कविता शिर्षक – लगी सुबह को चिड़िया गाने
लगी सुबह को चिड़िया गाने।
आकर आंगन हमें जगाने।।
हमसे पहले जागे चिड़िया।
कितनी प्यारी इनका दुनिया।।
कोयल की ये मिठी तान।
पपीहे गाता सुंदर गान।।
सुबह सुबह जब मुर्गा बोले।
राम राम दादा जी बोले।।
कौवा काॅउ काॅउ करने लगा।
संदेश जैसे कोई देने लगा।।
गुटर गुटर जब करें कबुतर।
छोटी मैंना कितने सुंदर।।
गिद्ध चिल जब उड़े आकाश।
मानों रब हैं जैसे उनके पास।।
पंख पसारे जब नाचे मोर।
इनसे सुंदर क्या लगता और।।
फुदक फुदक दाना चुनें गोरैया।
हैं बहादुर देखों बाज सिपहीयां।।
बगुला भगत करें मछली की खोज।
हंस राजा सिर्फ करता मौज।।
रंग बिरंगी चिड़ियों का संसार।
रौशन राय जी हैं इसका रचनाकार।।
कविता कार – रौशन राय
तारीख – 20 -11 – 2015
मोबाइल – 9515651283/8591855531