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15 Apr 2024 · 1 min read

लगाव का चिराग बुझता नहीं

लगाव का चिराग बुझता नहीं
नेह का तेल बिखरता नहीं
ममता की लौ हमेशा बढ़ती रहती
बस वो हर किसी को दिखती नहीं ।
जग में छोटा सा प्यारा शब्द है मां
उस शब्द पर जरा गौर फरमाना,
स्नेह को उसका दिल से महसूस करना
अहसास को ह्रदय से समझना।
स्मृतियां आज भी सहज कर रखी है,
बातें आज भी कानों में गूंजती है,
और सोचती है बताने से क्या।
– सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान

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