लगाएंगे पेड़ एक
बर्षो बाद आज हमने यह देखा,
सूख रहे तालाब देख रहे मेघा,
कट रहे पेड़ धरा कैसे सहे व्यथा,
हो रहे लुप्त खग किसे सुनाए कथा,
छू लिए हमने ब्रह्मांड गगन और तारे,
भुला रहे हम आस पड़ोस और भाई चारे,
काट रहे जंगल उजाड़ रहे वनस्पति,
भाग रहे हम आज बनने को लखपति,
गिर रहा भू जल तप रही वसुंधरा,
बचा ले भविष्य को बचा ले अपनी धरा,
करो संकल्प सब लगाएंगे पेड़ एक,
पालेंगे सुत समान बनकर नेक,
।।।जेपीएल।।।