Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2021 · 1 min read

लक्ष्य

गीत

लक्ष्य पथ पर बढ़ें आत्मविश्वास से।
प्रेरणा प्राप्त कर पृष्ठ इतिहास से।

सत्व को जो मनुज नित्य प्रेरित करे।
और साहस हृदय में निवेशित करे।
ध्येय निश्चित उसी को मिलेगा यहाँ-
जो मनोयोग से साध्य पोषित करे।
यत्न थकता नहीं तिक्त उपहास से।

प्राप्त होती उसे ही सफलता सदा।
हो प्रखर दूर करता विकलता सदा।
अनवरत लक्ष्य पर दृष्टि हो पार्थ सी-
हारती युगपुरुष से विफलता सदा।
संयमित चित्त एकाग्र अभ्यास से।

संग चलता भले जय-पराजय यहाँ।
याद रहता सभी को सदाशय यहाँ।
सिक्त हो मन हमेशा इसी भाव से-
सूखता फिर नहीं उर जलाशय यहाँ।
कीर्ति मिलती सदा शौर्य अनुप्रास से।

थाम लेता नदी की प्रबल धार को।
तोड़ अवरोध के हर कठिन द्वार को।
कर्मनिष्ठा,समर्पण,विजय नाद से-
धैर्य से सिद्ध करता चमत्कार को।
शीर्ष उनवान गुणधर्म विन्यास से।

नीति चाणक्य का मूल आधार है।
लक्ष्य की प्राप्ति का बस यही सार है।
पूर्ण ताकत लगा जो निरन्तर चले-
व्यक्ति पाता वही श्रेष्ठ अधिकार है।
साधता जो इसे दीप्ति उल्लास से।

@सर्वाधिकार सुरक्षित

कृष्णा श्रीवास्तव
हाटा,कुशीनगर, उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
3 Likes · 5 Comments · 365 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रमेशराज की कहमुकरियां
रमेशराज की कहमुकरियां
कवि रमेशराज
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
श्री विध्नेश्वर
श्री विध्नेश्वर
Shashi kala vyas
दोहे तरुण के।
दोहे तरुण के।
Pankaj sharma Tarun
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
एक तेरे चले जाने से कितनी
एक तेरे चले जाने से कितनी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
अगर मध्यस्थता हनुमान (परमार्थी) की हो तो बंदर (बाली)और दनुज
अगर मध्यस्थता हनुमान (परमार्थी) की हो तो बंदर (बाली)और दनुज
Sanjay ' शून्य'
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
" सब किमे बदलग्या "
Dr Meenu Poonia
डॉ अरुण कुमार शास्त्री – एक अबोध बालक // अरुण अतृप्त
डॉ अरुण कुमार शास्त्री – एक अबोध बालक // अरुण अतृप्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हिन्दुत्व_एक सिंहावलोकन
हिन्दुत्व_एक सिंहावलोकन
मनोज कर्ण
नदी
नदी
नूरफातिमा खातून नूरी
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
पूर्वार्थ
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
Suryakant Dwivedi
बादल गरजते और बरसते हैं
बादल गरजते और बरसते हैं
Neeraj Agarwal
गीतिका
गीतिका "बचाने कौन आएगा"
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
आँखें
आँखें
लक्ष्मी सिंह
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
नाथ सोनांचली
धीरे-धीरे रूप की,
धीरे-धीरे रूप की,
sushil sarna
"राखी के धागे"
Ekta chitrangini
किसी ज्योति ने मुझको यूं जीवन दिया
किसी ज्योति ने मुझको यूं जीवन दिया
gurudeenverma198
मान बुजुर्गों की भी बातें
मान बुजुर्गों की भी बातें
Chunnu Lal Gupta
*संसार में कितनी भॅंवर, कितनी मिलीं मॅंझधार हैं (हिंदी गजल)*
*संसार में कितनी भॅंवर, कितनी मिलीं मॅंझधार हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं।
बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अगर आप नकारात्मक हैं
अगर आप नकारात्मक हैं
*Author प्रणय प्रभात*
एक मैसेज सुबह करते है
एक मैसेज सुबह करते है
शेखर सिंह
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
Shweta Soni
💐प्रेम कौतुक-230💐
💐प्रेम कौतुक-230💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी बेटी मेरा अभिमान
मेरी बेटी मेरा अभिमान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...