Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Nov 2020 · 1 min read

लकीर

लकीर
—//—
चलो माना कि
हाथ की लकीरें
बहुत कुछ कहती हैं।
मगर सिर्फ़ इन्हीं के भरोसे
मत रहिए,
कुछ अलग कीजिये
अपने लिए खुद भी
एक लकीर खींचिये,
फिर उस लकीर को ही
बौना साबित करने की
ठान लीजिए
फिर उसके बाद
उसे भी और उसके बाद उसे भी
बौना साबित करते हुए
आगे बढ़ते रहिए।
सच मानिए
ज्यों ज्यों आप पिछली लकीरों से
बड़ी लकीर खींचते जायेंगे,
हाथों की लकीरों के भेद
अपने आप जान जायेंगे,
खुद ही मुस्करायेंगे और फिर
आगे उससे भी बड़ी लकीर बनायेंगे।
◆ सुधीर श्रीवास्तव

Language: Hindi
1 Like · 346 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

हर बार बीमारी ही वजह नही होती
हर बार बीमारी ही वजह नही होती
ruby kumari
रिश्ते सभी सिमटते जा रहे है,
रिश्ते सभी सिमटते जा रहे है,
पूर्वार्थ
खुदा सा लगता है।
खुदा सा लगता है।
Taj Mohammad
ये कैसी दीवाली
ये कैसी दीवाली
Satish Srijan
“HUMILITY FORGIVES SEVEN MISTAKES “
“HUMILITY FORGIVES SEVEN MISTAKES “
DrLakshman Jha Parimal
आरती लेऽ माँ तैयार छै
आरती लेऽ माँ तैयार छै
उमा झा
#माँ गंगा से . . . !
#माँ गंगा से . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
आंख हो बंद तो वो अपना है - संदीप ठाकुर
आंख हो बंद तो वो अपना है - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
आनंद (सुक़ून) वाह्यलोक नही, अंतर्मन का वासी है।”
आनंद (सुक़ून) वाह्यलोक नही, अंतर्मन का वासी है।”
*प्रणय*
समय को भी तलाश है ।
समय को भी तलाश है ।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कांतिमय यौवन की छाया
कांतिमय यौवन की छाया
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
ସେହି ଫୁଲ ଠାରୁ ଅଧିକ
ସେହି ଫୁଲ ଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
मेरी पावन मधुशाला
मेरी पावन मधुशाला
Rambali Mishra
अधूरा प्रेम
अधूरा प्रेम
Mangilal 713
ईश्वर ने हमें सुख दिया है, दुःख हम स्वयं निर्माण कर रहे हैं।
ईश्वर ने हमें सुख दिया है, दुःख हम स्वयं निर्माण कर रहे हैं।
Ravikesh Jha
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
Ranjeet kumar patre
बरबाद हो जइबS
बरबाद हो जइबS
अवध किशोर 'अवधू'
*धर्म के नाम पर झगड़ा क्यों?*
*धर्म के नाम पर झगड़ा क्यों?*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
"मोहब्बत भी"
Dr. Kishan tandon kranti
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रिश्ता है या बंधन
रिश्ता है या बंधन
Chitra Bisht
मेरी मुस्कुराहटों की वजह
मेरी मुस्कुराहटों की वजह
ललकार भारद्वाज
तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है,
तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*उड़न-खटोले की तरह, चला चंद्रमा-यान (कुंडलिया)*
*उड़न-खटोले की तरह, चला चंद्रमा-यान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
इंसानियत
इंसानियत
अशोक कुमार ढोरिया
माँ
माँ
Harminder Kaur
Read in English
Read in English
Rituraj shivem verma
विधा का हैं ज्ञान नही
विधा का हैं ज्ञान नही
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
उसकी आवाज़ हरेक वक्त सुनाई देगा...
उसकी आवाज़ हरेक वक्त सुनाई देगा...
दीपक झा रुद्रा
Loading...