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18 Nov 2021 · 1 min read

रोशन कर राहे – इंसानियत – मुक्तक

रोशन कर राहे – इंसानियत, अपने जीवन में l
पाक हो जायेगी नीयत तेरी, पाक हो जाएगा दामन तेरा ll
अपनी चाहतों, अपनी आरज़ू को खुदा की इबादत समझ l
पाक आरजू हो जायेगी तेरी, पाक हो जाएगा ज़ज्बा तेरा ll

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 160 Views
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Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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