” रोमांस बनाम लोरी “
अभी कल ही की बात है
एक सज्जन ने पूछा मुझसे
आप रोमांस पर लिखती हैं ?
झट मुँह से निकला मैं तो इससे भर पाई हूँ
पहले इसका नफा बताती थी
अब इसका नुकसान गिनाती हूँ ,
ये सुन बेचारे अंदर तक हिल गये
बोले अच्छा और किस विषय पर लिखती हैं ?
मैने कहा इसके अलावा जो कहिये
अपनी तरफ से कोई भी विषय बोलीये
सब पर लिख सकती हूँ
बस जो विषय आप चाहते हैं
उसके लिए माफी चाहती हूँ
वो बोले अच्छा लोरी ही लिख दिजिये
रोमांस से सीधे लोरी पर
हक़ीकत समझा दी उन्होंने वहीं पर
रोमांस पर लिखना आये ना आये
पर लोरी तो सबको भाये
उनका निवेदन स्वीकार लेती हूँ
उनको एक लोरी लिख कर दे देती हूँ
उनको एक लोरी लिख कर दे देती हूँ ।
स्वरचित एंव मौलिक
( ममता सिंह देवा , 06/08/2020 )