Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2021 · 1 min read

रोता

दिल रोता है तो आंख से आंसू गिरती हैं,
बादल रोता है तो बारिश बरसती है‌।
पर, जब कलम रोता है तो गजल लिखती है।।

————-०—————–
✍️जय लगन कुमार हैप्पी ⛳

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ मनुहार देश-हित में।
■ मनुहार देश-हित में।
*Author प्रणय प्रभात*
चन्द फ़ितरती दोहे
चन्द फ़ितरती दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चींटी रानी
चींटी रानी
Manu Vashistha
Mai deewana ho hi gya
Mai deewana ho hi gya
Swami Ganganiya
तकलीफ ना होगी मरने मे
तकलीफ ना होगी मरने मे
Anil chobisa
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
Ranjeet kumar patre
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्यार जताना नहीं आता ...
प्यार जताना नहीं आता ...
MEENU
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
Shweta Soni
माना तुम्हारे मुक़ाबिल नहीं मैं।
माना तुम्हारे मुक़ाबिल नहीं मैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
वास्तविक मौज
वास्तविक मौज
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
किंकर्तव्यविमूढ़
किंकर्तव्यविमूढ़
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
शिव - दीपक नीलपदम्
शिव - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
💐अज्ञात के प्रति-143💐
💐अज्ञात के प्रति-143💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तड़पता भी है दिल
तड़पता भी है दिल
हिमांशु Kulshrestha
दोहावली ओम की
दोहावली ओम की
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
चंद्रयान
चंद्रयान
Mukesh Kumar Sonkar
"चक्र"
Dr. Kishan tandon kranti
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जाति आज भी जिंदा है...
जाति आज भी जिंदा है...
आर एस आघात
जन्मदिन तुम्हारा!
जन्मदिन तुम्हारा!
bhandari lokesh
Don't lose a guy that asks for nothing but loyalty, honesty,
Don't lose a guy that asks for nothing but loyalty, honesty,
पूर्वार्थ
*
*"मजदूर की दो जून रोटी"*
Shashi kala vyas
दीवाने प्यार के हम तुम _ छोड़े है दुनियां के भी  गम।
दीवाने प्यार के हम तुम _ छोड़े है दुनियां के भी गम।
Rajesh vyas
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
बहुत गुमाँ है समुंदर को अपनी नमकीन जुबाँ का..!
बहुत गुमाँ है समुंदर को अपनी नमकीन जुबाँ का..!
'अशांत' शेखर
वापस आना वीर
वापस आना वीर
लक्ष्मी सिंह
शीतलहर
शीतलहर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
महामारी एक प्रकोप
महामारी एक प्रकोप
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
Loading...