रोटी बनाना बन्द कर
2122 2122 212
अब सनम रोटी बनाना बन्द कर।
या
भामिनी रोटी बनाना बन्द कर।
यह चलन काफी पुराना बन्द कर।*0*
अब सनम…….
काम क्या रोटी बनाना एक का।
आदमी को सिर चढ़ाना बन्द कर।*1*
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कह रही क्या है किताबें सुन ज़रा।
चल रहा ढर्रा पुराना बन्द कर।*2*
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आदमी औरत बराबर जान लें।
घर संभालो अब सताना बन्द कर।*3*
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ज़ुल्म बरसो से किये पर सब सहा।
ज़ुल्म आगे सर झुकाना बन्द कर।।*4*
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क्यों कटे दिन रात दूजों के लिये।
खुद को’ ऐसे तो मिटाना बन्द कर।*5*
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एक बाई घर लगा ले काम को।
घर में यूँ पैसे बचाना बन्द कर।*6*
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क्यों पिलाती आरही बच्चों को’ पय।
दूध बच्चों को पिलाना बन्द कर।*7*
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देखना जो चाहते हैं क्रांति को।
हौंसले उनके गिराना बन्द कर।*8*
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रूप सारा जल गया ‘मधु’धूप में।
धूप में तू अब निकलना बन्द कर।*9*
* मधु गौतम*