रोजाना आने लगे , बादल अब घनघोर (कुंडलिया)
रोजाना आने लगे , बादल अब घनघोर (कुंडलिया)
रोजाना आने लगे , बादल अब घनघोर
शोर मचाते हैं घना , बातों पर है जोर
बातों पर है जोर , खूब सपने दिखलाते
लगता जैसे ढेर , बारिशें लेकर आते
कहते रवि कविराय, शोर करके सो जाना
मेघों का यह खेल, हो गया अब रोजाना
रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा रामपुर
उत्तर प्रदेश, मोबाइल 999 761 5451