Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2019 · 1 min read

रूह की जुदाई

आधी रात को यमराज
दूतों साथ प्रकट हुए
दिल मेरा धड़कने लगा
जुबान लड़खड़ाने लगी।

छोड़कर जाना पड़ेगा
इस दुनिया को
यमराज के इशारे पर
रूह कांपने लगी।

जान गया था मै
मिट जायेगा वजूद मेरा
रूह की जुदाई
मुझे रूलाने लगी।

जिद बहुत थी मेरी
साथ रूह के जाने की
दस्तूर नही ये विधाता का
नम आंखों से वो मुस्कराने लगी।।

राज विग 08.09.2019

Language: Hindi
477 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रहस्य-दर्शन
रहस्य-दर्शन
Mahender Singh
कबीर ज्ञान सार
कबीर ज्ञान सार
भूरचन्द जयपाल
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
खोट
खोट
GOVIND UIKEY
छुप जाता है चाँद, जैसे बादलों की ओट में l
छुप जाता है चाँद, जैसे बादलों की ओट में l
सेजल गोस्वामी
बचपन बेटी रूप में
बचपन बेटी रूप में
लक्ष्मी सिंह
दर्दे दिल की दुआ , दवा , किस से मांगू
दर्दे दिल की दुआ , दवा , किस से मांगू
श्याम सिंह बिष्ट
समय और स्त्री
समय और स्त्री
Madhavi Srivastava
"What comes easy won't last,
पूर्वार्थ
चर्चित हो जाऊँ
चर्चित हो जाऊँ
संजय कुमार संजू
आकाश भेद पथ पर पहुँचा, आदित्य एल वन सूर्ययान।
आकाश भेद पथ पर पहुँचा, आदित्य एल वन सूर्ययान।
जगदीश शर्मा सहज
वो और राजनीति
वो और राजनीति
Sanjay ' शून्य'
गुरूर चाँद का
गुरूर चाँद का
Satish Srijan
मेरा अभिमान
मेरा अभिमान
Aman Sinha
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
Taj Mohammad
तिरंगा बोल रहा आसमान
तिरंगा बोल रहा आसमान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बाग़ी
बाग़ी
Shekhar Chandra Mitra
रही सोच जिसकी
रही सोच जिसकी
Dr fauzia Naseem shad
हृदय मे भरा अंधेरा घनघोर है,
हृदय मे भरा अंधेरा घनघोर है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
तितली
तितली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तू मुझे क्या समझेगा
तू मुझे क्या समझेगा
Arti Bhadauria
अंतिम एहसास
अंतिम एहसास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ग़म
ग़म
Harminder Kaur
तुम कभी यह चिंता मत करना कि हमारा साथ यहाँ कौन देगा कौन नहीं
तुम कभी यह चिंता मत करना कि हमारा साथ यहाँ कौन देगा कौन नहीं
Dr. Man Mohan Krishna
"प्यार"
Dr. Kishan tandon kranti
हॅंसी
हॅंसी
Paras Nath Jha
राम है आये!
राम है आये!
Bodhisatva kastooriya
*देह बनाऊॅं धाम अयोध्या, मन में बसते राम हों (गीत)*
*देह बनाऊॅं धाम अयोध्या, मन में बसते राम हों (गीत)*
Ravi Prakash
दिखा तू अपना जलवा
दिखा तू अपना जलवा
gurudeenverma198
#वाल्मीकि_जयंती
#वाल्मीकि_जयंती
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...