रूठे स्वजन मना लो यारो होली है।
ग़ज़ल
22….22…..22…..22….22….2
रूठे स्वजन मना लो यारो होली है।
दिल से गले लगा लो उनको होली है।
बैर नहीं जिंदा रखना है जीवन भर,
मौका है इसको दफना दो होली है।
नहीं किया है प्यार अगर तो कर लो जी,
प्यार से ये जीवन महका लो होली है।
हम सबका भी प्यार अमर हो जायेगा,
प्यार की धारा में बह जाओ होली है।
गुमसुम दिखना होली का है रंग नहीं,
मस्ती में झूमो औ’र गाओ होली है।
बूढ़े हो तो क्या होली में मौज करो,
बाबा हो देवर बन जाओ होली है।
प्रेम का मौसम है तो कर लो प्यार अभी,
प्रेमी बन लो और बनाओ होली है।
……..✍️ प्रेमी