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2 Oct 2024 · 1 min read

रूठे को पर्व ने मनाया

रूठे दिल को पर्व ने मनाया
उर में प्रेम का दीप जलाया
दूरियाँ मिटाकर करीब लाया
एक-दूजे को पास बिठाया।

रंगों की रंगीन बहार लाया
चेहरे पर हंसी निखार लाया
जीवन की बगीया महकाया
रूठे को जब पर्व ने मनाया।

— सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार

Language: Hindi
2 Likes · 46 Views

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