” रूक जाते हैं “
आपके आने से कई बहारें आती है ,
इसी खुशी में हमारे कदम रूक जाते हैं ।
तुम कुछ कहते हो तो हम मुस्कराते हैं ,
बिना कुछ सोचे हम रूक जाते हैं ।
हम बोलते बोलते हकलाते हैं ,
आप सब बिना कहे सब समझ जाते हैं ।
खुशी में आप बातें बढ़ाना चाहते हैं ,
इसलिए हम बहक कर रूक जाते हैं ।
आप सांसों की सरगम बन जाते हैं ,
कभी दिल हमको तो कभी हम दिल को समझाते हैं ।
अक्सर आपको हम अपने आस पास पाते हैं ,
कहीं आदात ना हो जाए आपकी यही सोच कर रूक जाते हैं ।
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️