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23 May 2021 · 1 min read

रिश्तों के झूले में

घर वालों के बिना
कोई जिन्दगी नहीं पर
यह घर
घर सा भी तो नहीं
एक तरफा मोहब्बत
एक तरफा रिश्ता
निभाते निभाते
अब कोफ्त सी होने
लगी है
घर वाले भी
इस दुनिया से
अलग नहीं
इस दुनिया का ही
हिस्सा हैं
इसके क्रियाकलापों से
वंचित नहीं
सब राम धुन गाते रहते हैं पर
इनमें से कोई भी राम नहीं
सब अपने फायदे के लिए
दूसरों को अपनी तरफ
खींचते हैं
आकर्षित करते रहते हैं
झूठे प्रेम के जाल में
फंसाते रहते हैं
दूसरों के नुकसान से
इनका कोई सरोकार नहीं
बिना आंधी के
आंखों में धूल झोंकने के
हुनर का अनुभव
उम्र बढ़ने के साथ
और बढ़ता जाता है
सारी उम्र जो मासूम है
इन जालसाजियों से अंजान है
सीधा, सच्चा और ईमानदार है
वह दिल के बन्धनों में
कसता चला जाता है
रिश्तों के झूले में
झूलता रहता है
कब किसने रस्सी काट दी और
उसे जमीन पर
जोरों से
पटक लगा दी
यह उसके जीवन की त्रासदी तो देखो
उसके भरोसे का कमाल तो देखो
इसके पीछे उसकी मंशा
क्या रही होगी
वह प्यार करने वाला
भोला भाला दिल
यह किसने किया, क्यों किया
तब भी यह नहीं
जान पाता।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
445 Views
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