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27 Feb 2024 · 1 min read

‘रिश्ते’

बनाये थे शौक से
कुछ रिश्ते नये हमने भी
पर अफ़सोस!
उसके धागे कच्चे
बहुत निकले
◆◆◆◆◆◆

Language: Hindi
136 Views
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