रिश्ते
एक चेहरे पर दूजा चेहरा लोगों को हमने लगाए देखा,
छल और कपट से रिश्ते हमने लोगों को निभाते देखा,
चार दिनों की है जिंदगानी फिर भी अजब फरेब तो देखो,
बातों ही बातों में लोगों को रिश्तों को नीचा दिखाते देखा।
संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश
एक चेहरे पर दूजा चेहरा लोगों को हमने लगाए देखा,
छल और कपट से रिश्ते हमने लोगों को निभाते देखा,
चार दिनों की है जिंदगानी फिर भी अजब फरेब तो देखो,
बातों ही बातों में लोगों को रिश्तों को नीचा दिखाते देखा।
संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश