***रिश्ते प्यार के ही मजबूत***__ गीत
यह तेरे मेरे किस्से,
दोनों के बराबर हिस्से।
जिन्हें हर कोई है पड़ता,
पड़ पड़ कर आगे बड़ता।।
है प्यार हमने अपनाया।
सबको भी यही सिखाया।।
***रिश्ते प्यार के ही मजबूत***
***जिसके हम दोनों सबूत ***।।
तकरार भी हम कर लेते,
जल्दी ही फिर मिल लेते।
अपमान किसी का न करते,
अन्याय अनीति से डरते।।
हमने खोदा न्याय का कूप,
जिसमें नीर भरा अकूत।
***रिश्ते प्यार के ही मजबूत***
*** जिसके हम दोनों ही सबूत***।।
हम को जिसने है जाना,
उसने तो लोहा माना।
न देते है हम ताना,
चाहे कैसा भी कहे जमाना।।
मानो आप हमारी बात,
बनना बनना सभी सपूत।।
***रिश्ते प्यार के ही मजबूत***
***जिसके हम दोनों ही सबूत***।।
राजेश व्यास अनुनय