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6 Jul 2020 · 1 min read

रिश्तेदारी

रिश्तेदारी पानी में
फैले तेल की तरह है
जो पानी में
ना कभी मिलती है
ना घुलती है
जरा सी अफवाहों की
चिंगारी से
सिर्फ और सिर्फ
जलती – धधकती और भभकती है ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 08/08/11 )

Language: Hindi
5 Likes · 6 Comments · 293 Views
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