Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2020 · 1 min read

रिश्तेदारी

रिश्तेदारी पानी में
फैले तेल की तरह है
जो पानी में
ना कभी मिलती है
ना घुलती है
जरा सी अफवाहों की
चिंगारी से
सिर्फ और सिर्फ
जलती – धधकती और भभकती है ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 08/08/11 )

Language: Hindi
5 Likes · 6 Comments · 297 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
चलते चलते
चलते चलते
ruby kumari
ए मौत आ आज रात
ए मौत आ आज रात
Ashwini sharma
*ये आती और जाती सांसें*
*ये आती और जाती सांसें*
sudhir kumar
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्रजातन्त्र आडंबर से नहीं चलता है !
प्रजातन्त्र आडंबर से नहीं चलता है !
DrLakshman Jha Parimal
4607.*पूर्णिका*
4607.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"हासिल"
Dr. Kishan tandon kranti
FUSION
FUSION
पूर्वार्थ
तुम से ज़ुदा हुए
तुम से ज़ुदा हुए
हिमांशु Kulshrestha
बात तो कद्र करने की है
बात तो कद्र करने की है
Surinder blackpen
Discover the Tranquility of Jungle House in Mukteshwar
Discover the Tranquility of Jungle House in Mukteshwar
Rakshita Bora
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
किसी ने पूछा इस दुनिया में आपका अपना कौन है मैंने हंसकर कहा
किसी ने पूछा इस दुनिया में आपका अपना कौन है मैंने हंसकर कहा
Ranjeet kumar patre
मेहनत कर तू फल होगा
मेहनत कर तू फल होगा
Anamika Tiwari 'annpurna '
कौन्तय
कौन्तय
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
चीत्कार रही मानवता,मानव हत्याएं हैं जारी
चीत्कार रही मानवता,मानव हत्याएं हैं जारी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
*बिखरा सपना  संग संजोया*
*बिखरा सपना संग संजोया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
क्यों ? मघुर जीवन बर्बाद कर
क्यों ? मघुर जीवन बर्बाद कर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हुई नैन की नैन से,
हुई नैन की नैन से,
sushil sarna
कुछ भी नहीं मुफ्त होता है
कुछ भी नहीं मुफ्त होता है
gurudeenverma198
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आज उम्मीद है के कल अच्छा होगा
आज उम्मीद है के कल अच्छा होगा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
Shweta Soni
वसंत के दोहे।
वसंत के दोहे।
Anil Mishra Prahari
फूल तितली भंवरे जुगनू
फूल तितली भंवरे जुगनू
VINOD CHAUHAN
मई दिवस
मई दिवस
Neeraj Agarwal
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
साक्षात्कार- पीयूष गोयल दर्पण छवि लेखक
साक्षात्कार- पीयूष गोयल दर्पण छवि लेखक
Piyush Goel
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
Manoj Mahato
Loading...