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7 Oct 2023 · 1 min read

रिश्ते भी तो बजारू हो गए

की आजकल रिश्ते भी तो बज़ारू हो गए.
जिधर पूँजी दिखी लोग उधर ही रिश्ता बनाए रहते.
अक्सर देखा है हक़ीकत में की
ग़रीबी आ जाए फिर कौन भला? रिश्ते बनाए रखते?
शायर©किशन कारीगर.

Language: Hindi
Tag: शेर
167 Views
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