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2 Aug 2021 · 1 min read

राह तभी, जब रूप धरोगे श्रीराम का

करबद्ध हो समुंद्र से उसने मांगी जाने की राह।
समुंद्र बोला- यूं सहज नहीं मुझसे पार हो जाना।
हो अद्यत, धर ऋत। जयघोष महादेव का।
राह तभी, जब रूप धरोगे श्रीराम का।
– सुशील कुमार ‘नवीन’

Language: Hindi
3 Likes · 404 Views
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