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28 Dec 2020 · 1 min read

रास छन्द

रास छन्द, प्रथम प्रयास
मात्रिक छन्द 16,6 की यति

साजन तेरे बिन मेरा ये, हाल हुआ।
इक इक पल है लगता जैसे, साल हुआ।
तेरी यादों में आँखों से, नींद गयी।
देख अकेली गुमसुम सी मैं, आज भयी।

अदम्य

Language: Hindi
1 Like · 225 Views
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