रास छन्द
रास छन्द, प्रथम प्रयास
मात्रिक छन्द 16,6 की यति
साजन तेरे बिन मेरा ये, हाल हुआ।
इक इक पल है लगता जैसे, साल हुआ।
तेरी यादों में आँखों से, नींद गयी।
देख अकेली गुमसुम सी मैं, आज भयी।
अदम्य
रास छन्द, प्रथम प्रयास
मात्रिक छन्द 16,6 की यति
साजन तेरे बिन मेरा ये, हाल हुआ।
इक इक पल है लगता जैसे, साल हुआ।
तेरी यादों में आँखों से, नींद गयी।
देख अकेली गुमसुम सी मैं, आज भयी।
अदम्य