राष्ट्र तुम्हें नमन करेगा
मेरी भारत माता को पूर्ण जो तुमने किया है।
अधूरे मानचित्र को भाल जो तुमने दिया है।
राष्ट्र तुम्हे नमन करेगा ए मोदी नमन करेगा गर्व यह राष्ट्र करेगा।।२
मैं अपने ही आंगन में यूं घुट – घुट कर जीती थी।
यह धारा ३७० मेरे खूं को पीती थी।
नवम्बर १९५६ मेरा नासूर हुआ था।
मेरे गहरे जख्मों को जो तूने सीं दिया है।
राष्ट्र तुम्हें नमन करेगा, ए मोदी नमन करेगा।
मै दुल्हन सी सजने को ,सभी के मन मन्दिर में यूं घंटिका सी बजने को।
कोई याद करे पुत्र मेरा मेरा यूं भाल सजाएं
मेरी बिंदिया से प्यारे भाल मेरा दमकेगा।
राष्ट्र तुम्हें नमन करेगा ए मोदी नमन करेगा गर्व यह राष्ट्र करेगा।
प्यारे तिरंगे की बिंदिया से भाल मेरा अब दमक रहा।
पुलवामा शहीदों का परिवार खुश हो ठुमक रहा।
कारगिल के वीरों का सम्मान भी आज बोल रहा।
एक देश और विधान का सपना पूर्ण आज हुआ।
कठुआ के मुखर्जी का अब भारी सम्मान हुआ।
सभी जांबाज़ों के स्वप्न को तुम्हीं ने पूर्ण किया
राष्ट्र तुम्हें नमन करेगा ए मोदी नमन करेगा।
ना अब कोई अफजल होगा कलाम ही घर घर जनमेंगे।
प्यारी धरती मां का दामन आज खुशी से भर देंगे।
कहेंगे गौरव से मिलकर हम भारतीय ही रहेंगे।
खत्म हुई अब 370 जुल्म सितम ना सहेंगे।
कहे गर्व से रेखा उन्नति राष्ट्र करेगा
उन्नति पथ को मोदी जी तुम्हीं ने प्रशस्त किया है
राष्ट्र तुम्हें नमन करेगा ए मोदी नमन करेगा।
गर्व यह राष्ट्र करेगा।
भारत माता को तुमने जो पूर्ण किया है
अधूरे मानचित्र को भाल जो तुमने दिया है।