राष्ट्रीय भाषा हिंदी
राष्ट्रीय भाषा हिंदी
राग – अनुराग
हिंदी से है
हिंदी के बिंदी
से श्रृंगार है।
रचनाएं हिंदी में अतिप्यारी
हिंदी भारत देश की दुलारी।
यही है राष्ट्रीय भाषा हमारी।
लिपि देवनागरी
11 स्वर,41 व्यंजन
52 वर्णों की 1 वर्णमाला हमारी।
गीत,गजल पिरोया तुमसे
रस ,छंद और
काव्यालंकर
राग – अनुराग है तुझसे।
हिंद देश की हिंदी प्यारी
जिसके माथे पर है बिंदी न्यारी
जिसके कायल है
दुनिया सारी
हिंदी तुम अति प्यारी
तुझ्से ही भावाभिव्यक्ति हमारी।
रग – रग में हिंदी भरा है।
शब्द भंडारण मति धरा है।
बोलचाल में है खरा
अजी! सुनो जरा बोलो जरा
समझो ज्यादा।
रचनाकार
संतोष कुमार मिरी
रायपुर छत्तीसगढ़