Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2024 · 1 min read

राष्ट्रीय भाषा हिंदी

राष्ट्रीय भाषा हिंदी

राग – अनुराग
हिंदी से है
हिंदी के बिंदी
से श्रृंगार है।

रचनाएं हिंदी में अतिप्यारी
हिंदी भारत देश की दुलारी।
यही है राष्ट्रीय भाषा हमारी।
लिपि देवनागरी
11 स्वर,41 व्यंजन
52 वर्णों की 1 वर्णमाला हमारी।

गीत,गजल पिरोया तुमसे
रस ,छंद और
काव्यालंकर
राग – अनुराग है तुझसे।

हिंद देश की हिंदी प्यारी
जिसके माथे पर है बिंदी न्यारी
जिसके कायल है
दुनिया सारी
हिंदी तुम अति प्यारी
तुझ्से ही भावाभिव्यक्ति हमारी।

रग – रग में हिंदी भरा है।
शब्द भंडारण मति धरा है।
बोलचाल में है खरा
अजी! सुनो जरा बोलो जरा
समझो ज्यादा।

रचनाकार
संतोष कुमार मिरी
रायपुर छत्तीसगढ़

Language: Hindi
71 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
Anil Mishra Prahari
पास फिर भी
पास फिर भी
Dr fauzia Naseem shad
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
उड़ान मंजिल की ओर
उड़ान मंजिल की ओर
नूरफातिमा खातून नूरी
मन की चुप्पी
मन की चुप्पी
Shashi Mahajan
सृजन
सृजन
Bodhisatva kastooriya
শিবকে নিয়ে লেখা কবিতা
শিবকে নিয়ে লেখা কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
-बहुत देर कर दी -
-बहुत देर कर दी -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
देखते देखते मंज़र बदल गया
देखते देखते मंज़र बदल गया
Atul "Krishn"
तलबगार दोस्ती का (कविता)
तलबगार दोस्ती का (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
वो तड़पते रहे मयार में मेरे ऐसे ।
वो तड़पते रहे मयार में मेरे ऐसे ।
Phool gufran
****बहता मन****
****बहता मन****
Kavita Chouhan
*
*" कोहरा"*
Shashi kala vyas
राम को कैसे जाना जा सकता है।
राम को कैसे जाना जा सकता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
*बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद*
*बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद*
Ravi Prakash
हाथ में फूल गुलाबों के हीं सच्चे लगते हैं
हाथ में फूल गुलाबों के हीं सच्चे लगते हैं
Shweta Soni
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
कवि दीपक बवेजा
शीर्षक: पापी मन
शीर्षक: पापी मन
Harminder Kaur
पिछले पन्ने 10
पिछले पन्ने 10
Paras Nath Jha
खुशी -उदासी
खुशी -उदासी
SATPAL CHAUHAN
तेरे चेहरे की मुस्कान है मेरी पहचान,
तेरे चेहरे की मुस्कान है मेरी पहचान,
Kanchan Alok Malu
4065.💐 *पूर्णिका* 💐
4065.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
महाकाल का आंगन
महाकाल का आंगन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमसफ़र बन जाए
हमसफ़र बन जाए
Pratibha Pandey
बदले-बदले गाँव / (नवगीत)
बदले-बदले गाँव / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सितारे  अभी  जगमगाने  लगे।
सितारे अभी जगमगाने लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
टुकड़े -टुकड़े हो गए,
टुकड़े -टुकड़े हो गए,
sushil sarna
"मुस्कान की भाषा"
Dr. Kishan tandon kranti
😢न्यू-वर्ज़न😢
😢न्यू-वर्ज़न😢
*प्रणय*
रिश्ता उम्र भर का निभाना आसान नहीं है
रिश्ता उम्र भर का निभाना आसान नहीं है
Sonam Puneet Dubey
Loading...