राष्ट्रहित में मतदान करें
संविधान से शक्ति लेकर,
आओ अमृतपान करें,
चलो सभी मतदान करें…….२…. !
महाशक्ति हो देश हमारा,
उसी के हित में वोट करें,
अपनी उंगली की ताकत से,
देशद्रोह पर चोट करें ।
छोटे-मोटे स्वार्थ साधने,
निष्ठा हटा नहीं सकते,
भरतभूमि के संविधान की
गरिमा घटा नहीं सकते।
लहराए निज ध्वजा गगन में,
ऐसा अनुसंधान करें,
चलो सभी मतदान करें …..२… ।।
पहचानें उनको भी जो,
गिरगिट से रंग बदलते हैं,
सत्तालोलुपता के बस हो,
राष्ट्रदेव को छलते हैं ।
सेना का अपमान करे उन,
जयचंदों को दफन करो,
खड़ा राष्ट्रहित जो सीमा पर,
उस पौरुष को नमन करो।
देश की खातिर जो मर मिटते,
उनपर हम अभिमान करें
चलो सभी मतदान करें…….२……।।
बलशाली दृढ-इच्छाधारी,
देश के हित जो काम करे,
कर्मठ और सशक्त शीर्ष हो
जग जिसका सम्मान करे ।
उन्नत भारत का मस्तक हो,
ऐसी दिव्य प्रतिज्ञा लेने,
सहभागी बनकर उन्नति में,
अपनी भी एक आहुति देने।
लोकतंत्र के महाकुम्भ में,
आओ सब स्नान करें,
चलो सभी मतदान करें…….२……।।
✍️- नवीन जोशी ‘नवल’