राष्ट्रवाद की गंगा
चार साल मे पता चला हम कहाँ गये,
दुनिया मे सम्मान मिला हम जहाँ गये,
गंगोत्री जैसा निर्मल अपना. नेता,
राष्ट्रवाद. की गंगा मे हम नहा गये।।
?मधुसूदन दीक्षित?
चार साल मे पता चला हम कहाँ गये,
दुनिया मे सम्मान मिला हम जहाँ गये,
गंगोत्री जैसा निर्मल अपना. नेता,
राष्ट्रवाद. की गंगा मे हम नहा गये।।
?मधुसूदन दीक्षित?